इटावा डेली न्यूज : जिला पुरुष अस्पताल मे अव्यवस्थाओं के चलते जाँचे न होने मरीजो से लिये 176 ब्लड सैंपल बर्बाद हो गये है । दूर-दराज से आने वाले मरीजों को अब फिर से जांच कराने के लिए अपने ब्लड का सैंपल देना पड़ेगा तब उनकी जांच रिपोर्ट मिल सकेगी। जो मरीज अपनी रिपोर्ट लेने के लिएआ रहे हैं उन्हें सिर्फ निराशा ही मिल रही है। आखिर इतने सारे ब्लड सैंपल जो बर्बाद हुए हैं अब इसका जिम्मेदार कौन होगा ।
जिला पुरुष अस्पताल में लगभग 2 महीने से कभी कम वोल्टेज तो कभी ज्यादा वोल्टेज होने के कारण पैथोलॉजी में लगी मशीनों का संचालन नहीं हो पा रहा था और मरीज जांच कराने के लिए परेशान हो रहे थे । पिछले शनिवार को किसी तरह जिला अस्पताल में वोल्टेज की समस्या सुधरी तो कुछ जॉचे हो पायी थी लेकिन सोमवार से अर्थिंग ज्यादा आने की समस्या उत्पन्न हो गई थी जिसके कारण पैथोलॉजी में लगी कीमती मशीनों का चलना संभव नहीं था । शनिवार व सोमवार को 176 से ज्यादा मरीजों के ब्लड सैंपल जांच के लिए लिए गए थे लेकिन मशीनें ना चलने के कारण 8 दिनों में यह ब्लड सैंपल बर्बाद हो गए है ।
पहले तो मरीज अपनी जांच कराने के लिए परेशान होते रहे और अब वह जब अपनी जांच रिपोर्ट लेने के लिए आ रहे हैं तो उन्हें बताया जा रहा है कि दोबारा से उन्हें ब्लड का सैंपल देना होगा क्यों कि जो सैंपल पहले दिए थे वह मशीनों के न चलने के कारण खराब हो गए हैं।अस्पताल की अव्यवस्थाओं के चलते मरीजों में काफी नाराजगी भी है उनका कहना है कि अव फिर से उन्हें जांच कराने के लिए अपना खून देना पड़ेगा। आखिर जिला अस्पताल में कब व्यवस्थाएं सुधरेंगी सरकार और जिले के बड़े अधिकारियों कोइस और गंभीरता से ध्यान देना चाहिए जिससे मरीजों को परेशानी न उठानी पड़े ।मरीजों का यह भी कहना था कि जो ब्लड सैंपल बर्बाद हो गए हैं आखिर अब उसका जिम्मेदार कौन होगा ।
जिला पुरुष अस्पताल की पैथोलॉजी में सोमवार को आठ दिनों के बाद अर्थिंग की समस्या सुधरी तो कुछ मशीनों का संचालन शुरू हुआ और जाँचे भी शुरू हो गयी है। पैथोलॉजी में मशीनों के संचालन के लिए दो से तीन वोल्ट अर्थिंग की आवश्यकता होती है लेकिन 17 से लेकर 22 वोल्ट तक की अर्थिंग आ रही थी जिसके कारण पैथोलॉजी का संचालन करने वाली कंपनी पीओ सीटी के इंजीनियरों के द्वारा मशीनों को बंद करा दिया गया था क्यों कि ज्यादा अर्थिंग के कारण मशीनें खराब हो सकती थी। पहले ही हाई व लो वोल्टेज के चलते दो मशीनों के साथ यूपीएस व सीपीयू भी खराब हो चुके थे। सोमवार को हार्मोनल जांचों के साथ अन्य जांचों के सैंपल भी लगाए गए थे । मामले की जानकारी के लिए जिला अस्पताल सीएमएस से जानकारी चाही तो फोन से संपर्क नहीं हो सका