- उप्र आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय में 15 जुलाई से शवों का पोस्टमार्टम शुरू होने की संभावना
- विश्वविद्यालय में पोस्टमार्टम होने से एमबीबीएस की पढ़ाई करने वाले छात्रों को होगी आसानी
सैफई (इटावा): उप्र आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय में 15 जुलाई से शवों का पोस्टमार्टम शुरू होने की संभावना है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने तैयारी पूरी कर ली है। वहीं, जिलाधिकारी ने अनुमति देते हुए सीएमओ के नेतृत्व में कमेटी गठित की गई है जो जल्द ही पोस्टमार्टम प्रक्रिया शुरू करने की घोषणा करेगी।
आयुर्विज्ञान वि. के इमरजेंसी ट्रामा सेंटर में हर दिन इटावा, मैनपुरी, औरैया, फर्रुखाबाद, फिरोजाबाद, एटा और आगरा लखनऊ एक्सप्रेसवे पर सड़क दुर्घटना में घायल होने वाले गंभीर मरीज यहां इलाज के लिए आते हैं। काफी संख्या में घायल इलाज के दौरान दम तोड़ देते हैं। इनका पोस्टमार्टम उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय सैफई से करीब 20 किलोमीटर दूर जिला मुख्यालय स्थित पोस्टमार्टम हाउस में होता है। इससे गैर जनपदों आने वाले लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। कई बार पोस्टमार्टम हाउस में शवों की संख्या अधिक होने से कई घंटे लोगों को इंतजार भी करना पड़ता है। अब यहां पोस्टमार्टम होने से एमबीबीएस की पढ़ाई करने वाले छात्रों के लिए पोस्टमार्टम ( शव विच्छेदन ) कि पढ़ाई में आसानी होगी।
फोरेंसिक मेडिसिन विभाग का पोस्टमार्टम कक्ष बनकर तैयार
- आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय में मेडिकल कालेज के प्रथम तल पर फोरेंसिक मेडिसिन विभाग का पोस्टमार्टम कक्ष बनकर तैयार हो गया और लिफ्ट लगाने का कार्य भी पूर्ण हो चुका है। नवनिर्मित पोस्टमार्टम हाउस में डीप फ्रीजर, एक्सरे मशीन, एडवांस पोस्टमार्टम टेबल के साथ ही अन्य उपकरण मौजूद हैं, जो पोस्टमार्टम करने में सहायक होंगे। फोरेंसिक मेडिसिन विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर पुष्पेंद्र सिंह, डा. वेदांत कुलश्रेष्ठ, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी की तैनाती की गई है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने जिलाधिकारी अवनीश कुमार राय को पत्र लिखकर अनुमति मांगी थी, जिस पर डीएम ने अनुमति देते हुए सीएमओ के नेतृत्व में टीम गठित की गई। उक्त टीम विश्वविद्यालय प्रशासन के साथ मीटिंग करके निर्णय लेगी, उसके बाद पोस्टमार्टम प्रक्रिया शुरू की जाएगी
- उप्र आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय में शवों का पोस्टमार्टम करने की पूरी तैयारी कर ली गई है। सिर्फ जिलाधिकारी की ओर से गठित टीम के साथ मीटिंग होना बाकी है। मीटिंग में निर्णय लेने के बाद उम्मीद है 15 जुलाई तक पोस्टमार्टम होना शुरू हो जाएंगे – प्रोफेसर चंद्रवीर सिंह, कुल सचिव